HDFC Share Price: हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन (HDFC) का मार्च तिमाही में मुनाफा बाजार के उम्मीदों से अधिक रहा। हालांकि MSCI इंडेक्स में इसके मर्जर के बाद की स्थिति को लेकर आई एक रिपोर्ट के चलते यह शेयर आज करीब 5.6% गिर गया। कंपनी ने एक दिन पहले जारी नतीजों में बताया कि मार्च तिमाही में उसका स्टैंडअलोन शुद्ध मुनाफा करीब 20 फीसदी बढ़कर 4,425.50 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 3,700.32 करोड़ रुपये था।। वहीं कंपनी नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) लगभग 16 फीसदी बढ़कर 5,321 करोड़ रुपये रहा, जो एइसके पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 4,601 करोड़ रुपये था। मनीकंट्रोल की ओर से कराए एक पोल में एक्सपर्ट ने, HDFC का मार्च तिमाही में शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 4.4 प्रतिशत बढ़कर 3,854 करोड़ रुपये रहने का अनुमान जताया था। वहीं इसके NII के सालाना आधार पर करीब 5 प्रतिशत बढ़कर 4,752 करोड़ रुपये पर रहने का अनुमान था। एनालिस्ट्स के साथ एक कॉन्फ्रेंस कॉल में HDFC ने बताया कि उसका लिक्विडिटी कवरेज रेशियो (LCR) 128 प्रतिशत पर है। मैनेजमेंट ने कहा कि बैंकों के लिए आरबीआई के नियमों के अनुसार, LCR को कम से कम 70-75 प्रतिशत रहना चाहिए। कंपनी को उम्मीद है कि HDFC बैंक के साथ उसका मर्जर जुलाई 2023 तक पूरा हो जाएगा। एनालिस्ट्स कंपनी की संभावनाओं को लेकर उत्साहित दिख रहे हैं और उन्हें HDFC के शेयर में मौजूदा स्तर से 4-20 प्रतिशत तक की तेजी की उम्मीद है। हालांकि MSCI के बदलाव ने शुक्रवाक सुबह HDFC के दोनों शेयरों को परेशान किया। यह भी पढ़ें- बाजार में दिखी पिछले 2 महीनों की सबसे बड़ी सिंगल डे गिरावट, जानिए 8 मई को कैसी रह सकती है इसकी चाल बाजार को उम्मीद थी कि मर्जर के बाद HDFC बैंक का MSCI इंडेक्स में वेटेज करीब दोगुना हो जाएगा। हालांकि MSCY ने शुक्रवार को अपने एडजस्टमेंट फैक्टर में बदलावा किया, जो संकेत देता कि मर्जर के बाद भी उसका वेटेज इतना या इससे कम रहेगा। आइए जानते हैं कि HDFC की चौथी तिमाही के नतीजों और इसके स्टॉक को लेकर एनालिस्ट्स का क्या कहना है- नोमुरा कंपनी की एसेट क्वालिटी अच्छी बनी हुई। इसका ग्रॉस नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (Gross NPA) 0.30 फीसदी घटकर 1.2 प्रतिशत रह गया है और क्रेडिट लागत भी 0.25 फीसदी कम हुई है। ब्रोकरेज फर्म ने 3,100 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ शेयर पर "खरीद (BUY)" रेटिंग बरकरार रखी है। नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ब्रोकरेज फर्म ने अपनी 'होल्ड' रेटिंग बरकरार रखी है, लेकिन वित्त वर्ष 24-25 के लिए अपने अर्निंग प्रति शेयर (EPS) के अनुमान में 2-4 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। इसके चलते इसने HDFC का टारगेट प्राइस 2,700 रुपये से बढ़ाकर 2,820 रुपये कर दिया है। ब्रोकरेज फर्म ने कहा, 'मर्जर नैरेटिव से स्टॉक प्राइस बढ़ेगी। मैक्वेयरी (Macquarie) विदेशी ब्रोकरेज फर्म ने HDFC के शेयर को 3,060 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ 'आउटपरफॉर्म' रेटिंग दी है। ब्रोकरेज ने कहा गया है कि मार्च तिमाही HDFC के लिए स्थिर रही, अब HDFC Bank के साथ मर्जर पर फोकस बढ़ाया जाएगा। मैक्वेरी ने कहा कि स्थिर स्प्रेड, बढ़ता मार्जिन और एसेट क्वालिटी में सुधार उम्मीदों के मुताबिक है। यह भी पढ़ें- शरद पवार के हाथों में ही रहेगी NCP की पावर, इस्तीफा वापस लेने का किया ऐलान मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज घरेलू ब्रोकरेज फर्म को उम्मीद है कि HDFC का मार्जिन वित्त वर्ष 2024 और वित्त वर्ष 2025 में काफी हद तक स्थिर रहेगा। इसने कम क्रेडिट लागत को ध्यान में रखते हुए वित्त वर्ष 2025 के लिए अपने EPS अनुमानों में 2 प्रतिशत की वृद्धि की है। इसने स्टॉक के लिए 3,290 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ अपनी "खरीद (BUY)" रेटिंग दोहराई है। डिस्क्लेमरः Moneycontrol पर एक्सपर्ट की ओर से दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह उनके अपने होते हैं, न कि वेबसाइट और उसके मैनेजमेंट के। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।
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