दुनिया भर में इन दिनों मंहगाई का कहर जारी है। लोगों को रोजमर्रा के खर्च चलाने में भी कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच कॉफी के शौकीनों को बड़ा झटका लगा है। कॉफी के उत्पादन में गिरावट आई है। ऐसे में बढ़ती महंगाई के बीच इस गिरावट ने गिरावट कोढ़ में खाज का काम किया है। जिसके चलते इसकी सबसे सस्ती वैरायटी भी लोगों के पहुंच के बाहर होती नजर आ रही है। बता दें कि दुनिया भर में आमतौर पर कॉफी की दो वैरायटी सबसे ज्यादा मशहूर हैं। इनमें से पहली है अरेबिका (Arabica) कॉफी और दूसरी है रोबस्टा बीन्स (Robusta Beans) कॉफी। अरेबिका कॉफी सबसे अच्छी कॉफी मानी जाती है। जबकि रोबस्टा कॉफी थोड़ी सस्ती होती है। लेकिन उत्पादन में कमी और बढ़ती महंगाई के कारण सस्ते में मिलने वाली रोबस्टा भी लोगों के पहुंच से बाहर होती नजर आ रही है। रोबस्टा कॉफी की बढ़ी डिमांड दरअसल, ज्यदातर कॉफी के शौकीन लोग हाई क्वालिटी वाली अरेबिका बीन्स को ही पसंद करते हैं। जो कि बड़े-बड़े कैफेज में मिलती है। रोबस्टा कॉफी इंस्टैंट कॉफी के रूप में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होती है। रोबस्टा के पेड़ आसानी से उगाए जा सकते हैं। इसका उत्पान भी ज्यादा होता है। लिहाजा रोबस्टा अन्य कॉफी के मुकाबले बेहद सस्ती रहती है। यह कॉफी सुपरमार्केट में ग्राउंड ब्लेंड (ground blends) के तौर पर मिलती है। अरेबिका कॉफी के ज्यादा महंगे हो जाने के कारण ग्राहक इस समय रोबेस्टा कॉफी ओर रूख कर रहे हैं। जिसके चलते रोबस्टा की कीमत भी आसमान छूने लगी है। रोबस्टा के दाम 12 साल के हाई लेवल पर हाल के दिनों में बढ़ती मांग के कारण होलसेल मार्केट में रोबेस्टा की कीमत 12 साल के हाई लेवल पर पहुंच गई है। यूरोप के सबसे बड़े कॉफी मार्केट जर्मनी (Germany) में तो रोबस्टा कॉफी के भाव में पिछले 20 साल के हाई पर पहुंच गए हैं। अमेरिका में भी कमोबेश यही हाल है। कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट, अमेरिका में ब्याज दरों में बढ़ोतरी की उम्मीद और चीन के कमजोर PMI ने बिगाड़ा मूड़ रोबस्टा के उत्पादन में भारी गिरावट जानकारों का कहना है कि ग्लोबल मार्केट में रोबस्टा कॉफी की सप्लाई में जल्द ही सुधार आने की भी कोई उम्मीद नहीं है। दुनिया में रोबस्टा का सबसे बड़े उत्पादक देश वियतनाम (Vietnam) में इसका उत्पादन 4 साल के निचले स्तर पर आ गया है। रूस यूक्रेन की लड़ाई के चलते फर्टिलाइजर के भाव में भारी इजाफा हुआ है। जिसके चलते वियतनाम के किसान कॉफी की जगह एवोकैडो (avocado) और ड्यूरियन (durian) जैसे फसल की तरफ रूख कर रहे हैं। बता दें कि कि एवोकैडो और ड्यूरियन एक प्रकार के फल हैं। वहीं रोबस्टा कॉफी के दूसरे सबसे बड़े उत्पादक देश ब्राजील में भी इसकी फसल पर सूखे की मार पड़ी है। इसके अलावा इस बात की भी चिंता जताई जा रही है कि इंडोनेशिया (Indonesia) में भारी बारिश के कारण रोबस्टा कॉफी के उत्पादन में गिरावट आ सकती है। रोबस्टा का निर्यात सबसे ज्यादा उत्पादन में कमी के बावजूद पूरी दुनिया में मौजूदा सीजन के पहले 6 महीनों में पिछले 3 साल में सबसे ज्यादा एक्सपोर्ट किया गया है। फिर भी इसकी जरूरत पूरी नहीं हो पा रही है। इंटरनेशनल कॉफी ऑर्गनाइजेशन (International Coffee Organization) के आंकड़ों के मुताबिक, अक्टूबर 2022 से मार्च 2023 के बीच रोबस्टा कॉफी का शिपमेंट पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 4 फीसदी ज्यादा रहा है। न्यूयॉर्क में कॉफी जैसी कमोडिटीज पर कंसल्टेंसी फर्म चलाने वाली जूडिथ गेंस (Judith Ganes) का कहना है कि बढ़ती महंगाई के चलते लोगों ने महंगी कॉफी की जगह सस्ती कॉफी रोबस्टा की तरफ रूख किया है। जिसके चलते कीमतों में भारी उछाल देखने को मिल रहा है। जिससे जल्द ही राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं दिख रही है।
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