Friday, April 7, 2023

Coronavirus Updates: संक्रमण के बढ़ते मामलों पर केंद्र की राज्यों को तैयारियां तेज करने की सलाह, मीटिंग में मॉक ड्रिल समेत कई अहम कदम उठाने को कहा

कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया (Mansukh Mandaviya) ने राज्यों से सतर्क और Covid-19 मैनेजमेंट के लिए तैयार रहने को कहा है। मांडविया ने Covid-19 से जुड़ी स्थिति की समीक्षा के लिए बैठक की और राज्यों को संक्रमण के ज्यादा मामलों वाली जगहों की पहचान करने, जांच बढ़ाने, बुनियादी ढांचा तैयारियां सुनिश्चित करने को कहा। राज्य के स्वास्थ्य मंत्रियों और प्रमुख और अतिरिक्त मुख्य सचिवों के साथ ऑनलाइन तरीके से आयोजित हुई बैठक में मांडविया ने वैक्सीनेशन में तेजी लाने को भी कहा। जीनोम सीक्वेंसिंग और पॉजिटिव सैंपल के पूरे जीनोम सीक्वेंस को बढ़ाने के साथ-साथ, उन्होंने कोविड-उपयुक्त व्यवहार का पालन करने के बारे में जागरूकता पैदा करने पर भी जोर दिया। मांडविया ने कहा कि केंद्र और राज्यों को सहयोग की भावना से काम करना जारी रखने की जरूरत है, जैसा कि पिछली बार Covid-19 की रोकथाम और प्रबंधन के दौरान किया गया था। उन्होंने राज्य के स्वास्थ्य मंत्रियों से 10 और 11 अप्रैल को सभी अस्पतालों के बुनियादी ढांचे के संबंध में ‘मॉक ड्रिल’ करने और 8 और 9 अप्रैल को जिला प्रशासन और स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ स्वास्थ्य तैयारियों की समीक्षा करने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा, "केंद्र और राज्यों को सहयोग की भावना से काम करते रहने की जरूरत है, जैसा कि पिछली बार Covid-19 की रोकथाम और प्रबंधन के लिए किया गया था।" टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट-वैक्सीनेट की पांच गुना रणनीति बैठक के दौरान, ये नोट किया गया कि 23 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में प्रति 10 लाख लोगों पर Covid-19 टेस्टिंग की औसत संख्या राष्ट्रीय औसत से कम थी। नए Covid-19 वैरिएंट के उभरने के बावजूद, मंडाविया ने दोहराया कि प्रभावी Covid-19 प्रबंधन के लिए "टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट-वैक्सीनेट और कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन" की पांच-गुना रणनीति बनी रही। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सूचित किया गया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) इस समय एक वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट (वीओआई), XBB.1.5 और छह अन्य स्वरूपों (बीक्यू.1, बीए.2.75, सीएच.1.1, XBB, एक्सबीएफ और XBB.1.16) पर बारीकी से नजर रख रहा है। बयान में कहा गया है कि XBB.1.16 का प्रसार फरवरी में 21.6 प्रतिशत से बढ़कर मार्च, 2023 में 35.8 प्रतिशत हो गया। इसके अनुसार हालांकि, अस्पताल में भर्ती होने या मृत्यु दर में वृद्धि का कोई साक्ष्य सामने नहीं आया है। उन्होंने कहा कि इससे उचित स्वास्थ्य उपायों को अपनाने में मदद मिलेगी। बयान के अनुसार राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को आरटी-पीसीआर जांच बढ़ाने की सलाह दी गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सभी पात्र आबादी, विशेष रूप से बुजुर्गों और संवेदनशील जनसंख्या समूह के टीकाकरण में तेजी लाने की सलाह दी। चीन के पास है COVID-19 के शुरुआती की सभी जानकारी: WHO प्रमुख टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस इस बात पर भी गौर किया गया कि भारत में आठ राज्यों से कोविड के अधिक मामले सामने आ रहे हैं जिनमें केरल, महाराष्ट्र और दिल्ली में दस या इससे अधिक जिलों में दस प्रतिशत संक्रमण दर दर्ज की गई है और कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, तमिलनाडु और हरियाणा में पांच से अधिक जिलों में पांच प्रतिशत से अधिक संक्रमण दर दर्ज की गई है। मांडविया ने कोविड-उपयुक्त व्यवहार के पालन के संबंध में जन जागरूकता अभियानों को बढ़ाने के महत्व पर बल दिया। उन्होंने सभी राज्य स्वास्थ्य मंत्रियों से अनुरोध किया कि वे व्यक्तिगत रूप से सभी बुनियादी ढांचे की तैयारियों की निगरानी और समीक्षा करें। राज्यों को कोविड इंडिया पोर्टल पर अपने कोविड आंकड़ों को नियमित रूप से अद्यतन करने के लिए भी कहा गया। पुडुचेरी के मुख्यमंत्री एन रंगास्वामी के अलावा उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत, असम के केशव महंत, गोवा के विश्वजीत राणे, झारखंड के बन्ना गुप्ता, मध्य प्रदेश के प्रभुराम चौधरी, पंजाब के बलबीर सिंह, मणिपुर के सपन रंजन सिंह, हरियाणा के अनिल विज, तमिलनाडु के थिरु मा सुब्रमण्यन और तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री थनीरू हरीश राव ने बैठक में भाग लिया।

from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/PMGUvhp
via

No comments:

Post a Comment