Stock market:जनवरी महीने में घरेलू बाजार में कैश वॉल्यूम महीने दर महीने आदार पर करीब 16 फीसदी की गिरावट के साथ 7 महीने के निचले स्तरों पर पहुंच गया है। इस अवधि में बाजार पर हावी वोलैटिलिटी ने निवेशकों का मूड खराब कर दिया है। जनवरी में BSE और NSE पर इक्विटी कैश सेगमेंट में कम्बाइंड एवरेज डेली टर्नओवर (ADTV)जून 2022 के बाद अपने सबसे निचले स्तर पर रहा है। 1 जनवरी से 25 जनवरी के बीचकैश सेगमेंट में कम्बाइंड एवरेज डेली टर्नओवर 47964.61 करोड़ रुपए पर रहा है। ये दिसंबर महीने के 56857.80 करोड़ रुपए से काफी कम है। जनवरी में लगातार दूसरे महीने एवरेज डेली टर्नओवर में गिरावट देखने को मिली है। 2022 में भी एवरेज डेली टर्नओवर में सालाना आधार पर 18.5 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। ये 2013 के बाद की पहली एनुअल गिरावट और 2011 को बाद की सबसे बड़ी गिरावट है। क्या है इस गिरावट की वजह बाजार जानकारों का कहना है कि कैश मार्केट के वाल्यूम में हाल में आई गिरावट की की वजहें हैं। इसमें छोटे-मझोले शेयरों का कमजोर प्रदर्शन आईपीओ का अभाव शामिल है। एनलिस्ट्स का ये भी कहना है कि बजट 2023 से पहले इक्विटी बाजारों पर हावी वोलैटिलिटी, दिसंबर तिमाही के नतीजों से इकोनॉमी में धीमी रिकवरी के संकेत और अडानी समूह के शेयरों के लीडरशिप में इक्विटी बाजारों में आई हालिया गिरावट ने निवेशकों को बाजार में एग्रेसिव दांव लगाने से रोक दिया है। बाजार जानकरों का ये भी कहना है कि रिटेल और हाई नेटवर्थ वाले निवेशकों ने लोकल इक्विटी मार्केट में अपनी भागीदारी कम कर दी है। उनकी रुचि आंशिक रूप से डेट बाजार की ओर हो गई है। जहां के यील्ड इस समय अधिक आकर्षक हो गए हैं। रिकॉर्ड हाई पर डेरीवेटिव्स एक तरफ जहां कैश मार्केट के वॉल्यूम में गिरावट देखने को मिल रही है वहीं, डेरीवेटिव सेगमेंट के वॉल्यूम पिछले साल से ही हर महीने रिकॉर्ड हाई के करीब नजर आए हैं। जनवरी महीने में अब तक डेरीवेटिव सेगमेंट का वॉल्यूम अब तक 206.92 लाख करोड़ रुपए पर रहा है जो दिसंबर 2022 के 189.86 लाख करोड़ रुपए से 9 फीसदी ज्यादा है। इसके अलावा, सेबी ने हाल ही में ट्रेड के लिए 100 फीसदी मार्जिन अग्रिम रूप से कलेक्ट किया जाना अनिवार्य कर दिया है। एनलिस्ट्स का कहना कहना है कि सेबी के इस नियम से भी कैश सेगमेंट में ट्रेडिंग वॉल्यूम में गिरावट हुई है। इसके साथ ही हाल के दिनों में डीमैट एकाउंट की ओपनिंग में भी कमी है आई है। इससे भी कैश मार्केट के कारोबार पर असर पड़ा है। Bajaj Finance Q3: मुनाफा 40% उछलकर 2973 करोड़ रुपए रहा, एसेट क्वालिटी सुधरी मोतीलाल ओसवाल सिक्योरिटीज की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, दिसंबर 2022 में डीमैट खातों की संख्या में 21 लाख की बढ़त हुई, जिससे खातों की कुल संख्या 10.8 करोड़ हो गई। यह बढ़त पिछले महीने की 1.8 मिलियन की बढ़त से अधिक थी लेकिन वित्त वर्ष 2022 के दौरान देखी गई 29 लाख प्रति माह की औसत बढ़त से कम थी। डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।
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