Sunday, December 11, 2022

निर्भया फंड से खरीदी गई गाड़ियों को एकनाथ शिंदे के विधायक और सांसदों की सुरक्षा में किया जा रहा इस्तेमाल, विपक्ष ने की ऑडिट की मांग

महिलाओं के खिलाफ अपराध से लड़ने के लिए ‘निर्भया कोष’ (Nirbhaya Fund) के तहत इस साल की शुरुआत में मुंबई पुलिस (Mumbai Police) की तरफ से खरीदी गई कई गाड़ियों का इस्तेमाल वर्तमान में महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के नेतृत्व वाले शिवसेना (Shiv Sena) गुट के विधायकों और सांसदों को ‘वाई-प्लस’ सुरक्षा (Y Plus Security) देने के लिए किया जा रहा है। पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी रविवार को दी। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, इस साल शहर पुलिस ने जून में ‘निर्भया फंड’ के तहत मिले 30 करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत से 220 बोलेरो (Bolero), 35 एर्टिगा (Ertiga), 313 पल्सर बाइक (Pulsar Bike) और 200 एक्टिवा (Activa) खरीदे गए थे। विपक्षी कांग्रेस (Congress) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार पर हमला करते हुए पूछा कि क्या सत्तारूढ़ विधायकों की सुरक्षा महिलाओं की सुरक्षा से ज्यादा जरूरी है। महिला सुरक्षा से जुड़ी योजनाओं को लागू करने के लिए केंद्र की तरफ से 2013 से राज्य सरकारों को ‘निर्भया फंड’ के जरिए पैसा दिया जा रहा है। अधिकारी ने कहा, “जून में वाहनों की खरीद के बाद, उन्हें जुलाई में सभी 97 पुलिस थानों, साइबर, यातायात और तटीय पुलिस इकाइयों को वितरित कर दिया गया।” उन्होंने कहा, “इन वाहनों में से, 47 बोलेरो, मुंबई पुलिस के मोटर परिवहन विभाग की तरफ से राज्य पुलिस के VIP सुरक्षा अनुभाग के एक आदेश के बाद कई पुलिस थानों से मांगे गए थे, जिसमें कहा गया था कि शिंदे गुट के सांसदों और विधायकों की ‘Y+’ सुरक्षा मुहैया कराने के लिए इन गाड़ियों की जरूरत है।” साथ ही उन्होंने कहा कि हालांकि, इन सांसदों की सुरक्षा के लिए इस्तेमाल किए गए वाहनों में से 17 वाहनों को जरूरत पूरी होने के बाद पुलिस थानों में वापस कर दिया गया। अधिकारी ने कहा, “लेकिन 30 बोलेरो अभी तक वापस नहीं आई हैं, जिससे संबंधित थानों के अधिकार क्षेत्र में पुलिस गश्त प्रभावित हुई है।” 'एकनाथ शिंदे के विधायकों को शर्म से मर जाना चाहिए' कांग्रेस और NCP ने सत्तारूढ़ दल के सांसदों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए वाहनों को इस्तेमाल करने के लिए शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार की आलोचना की। कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने पूछा, “क्या सत्तारूढ़ विधायकों की सुरक्षा महिलाओं को दुर्व्यवहार से बचाने से ज्यादा जरूरी है?” उन्होंने कहा कि निर्भया फंड का इस्तेमाल विधायकों की सुरक्षा के लिए किया जाना भयावह और अपमानजनक है। NCP प्रवक्ता क्लाइड क्रैस्टो ने कहा, “निर्भया फंड से खरीदी गई SUV को शिंदे विधायकों को Y+ सुरक्षा देने के लिए इस्तेमाल किया गया। शिंदे-फडणवीस सरकार की तरफ से सत्ता का शर्मनाक दुरुपयोग। एकनाथ शिंदे के विधायकों को शर्म से मर जाना चाहिए।” NCP की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) सरकार की तरफ से निर्भया कोष की स्थापना की गई थी। पार्टी से लौट रहे पति-पत्नी को पुलिसवालों ने रोका, रात को सड़क पर घूमना बताया 'गुनाह', Paytm के जरिए वसूले 1000 रुपए उन्होंने कहा, “यह चौंकाने वाली बात है कि महिलाओं की सुरक्षा के अपने कर्तव्यों को पूरा करने में पुलिस की मदद के लिए खरीदे गए वाहनों का दुरुपयोग विधायकों की सुरक्षा के लिए किया जा रहा है। एक तरफ मुख्यमंत्री जनता का समर्थन करने का दावा करते हैं, तो दूसरी तरफ पाला बदलने वाले विधायकों और सांसदों को Y+ कैटेगरी की सुरक्षा मुहैया कराई जा रही है, जिसमें 5 पुलिसकर्मी शामिल हैं।” उन्होंने पूछा, “अगर लोग आपके साथ हैं, तो आपको क्या डर है?” पाटिल ने मांग की कि वाहनों को संबंधित थानों में वापस भेजा जाए। साथ ही कहा कि महिलाओं की सुरक्षा दल बदलू विधायकों की सुरक्षा से ज्यादा अहम है।

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