Maharashtra: महाराष्ट्र के राजनीतिक संकट (Mahrashtra Political Crisis) ने शिवसेना (Shiv Sena) नेता उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में इस्तीफा देने के लिए मजबूर कर दिया। साथ ही शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने उनके डिप्टी का पद संभाला है। अब महाराष्ट्र विकास अघाड़ी (MVA) सरकार के गिर जाने के कुछ दिनों बाद, शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने शनिवार को दावा किया कि उन्हें गुवाहाटी जाने और एकनाथ शिंदे बागी विधायकों के खेमे में शामिल होने का "ऑफर" दिया गया था। राउत ने आगे कहा कि उन्होंने प्रस्ताव को ठुकरा दिया, क्योंकि वह शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे को मानते हैं। मीडिया से बात करते हुए, शिवसेना नेता ने कहा, "मुझे भी गुवाहाटी के लिए एक ऑफर मिला था, लेकिन मैं बालासाहेब ठाकरे को फॉलो करता हूं और इसलिए मैं वहां नहीं गया। जब सच्चाई आपके पक्ष में है, तो डर किस बात का है?" राउत ने आगे कहा कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को उपमुख्यमंत्री के रूप में काम करना 'मुश्किल' है। उन्होंने कहा, "फडणवीस को केंद्र से सीएम की सीट नहीं मिली। मेरे मुंह से डिप्टी सीएम का शब्द उन्हें शोभा नहीं देता, लेकिन यह उनका आंतरिक मामला है। मैं इस पर नहीं बोलूंगा।" उन्होंने कहा, "बीजेपी मुंबई और महाराष्ट्र से शिवसेना को खत्म करना चाहती है। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।" संजय राउत ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने बाल ठाकरे की शिवसेना से मुंबई को छीनने के लिए एकनाथ शिंदे को महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनाया है। शिवसेना से एकनाथ शिदें को निकाला वहीं शिंदे की बगावत के बाद शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने उन्हें 'शिवसेना नेता' के पद से हटाते हुए उनपर 'पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने' का आरोप लगाया। राउत ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “उद्धव ठाकरे ने कल साफ किया कि शिंदे शिवसेना से नहीं हैं। अब यह स्पष्ट हो गया है कि शिंदे का इस्तेमाल मुंबई में शिवसेना को हराने के लिए किया गया है, जहां इस साल के आखिर में निकाय चुनाव होंगे।” बेहद संपन्न बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC) पर शिवसेना ने दो दशकों से ज्यादा समय तक शासन किया है। राउत ने आगे कहा कि कांग्रेस कई बार विभाजित हुई, लेकिन इंदिरा गांधी की कांग्रेस अब भी जिंदा है। उन्होंने कहा, “इसी तरह, शिवसेना वहीं है, जहां ठाकरे हैं।” शिवसेना सांसद ने कहा कि उपमुख्यमंत्री का पद संभालने के लिए फडणवीस की सराहना की जानी चाहिए क्योंकि शिंदे पहले उनकी सरकार में एक कनिष्ठ मंत्री थे। उन्होंने कहा कि बीजेपी में अनुशासन कायम रखा जाता है और आदेशों का पालन किया जाता है। 'डरने की कोई जरूरत नहीं, सच्चाई मेरे साथ है' धनशोधन जांच के सिलसिले में शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश हुए राउत ने कहा कि उन्होंने केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों से कहा कि वह उनके पूछे गए किसी भी सवाल का जवाब देने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, "ED ने मुझसे 10 घंटे तक पूछताछ की। उन्होंने मेरे साथ अच्छा व्यवहार किया। मैंने उनसे कहा कि अगर और जानकारी की जरूरत है, तो मैं दूंगा। डरने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है। सच्चाई मेरे साथ है।” Maharashtra Politics: राज्य में BJP की सत्ता में वापसी पर पार्टी दफ्तर में मना जश्न, देवेंद्र फडणवीस रहे नदारद संसद सदस्य के रूप में, यह मेरा कर्तव्य था कि अगर जांच एजेंसी को किसी जानकारी की जरूरत होती है, तो मैं उसके सामने पेश होकर उसे उपलब्ध कराऊं। उन्होंने कहा, जिस मामले की वे जांच कर रहे हैं, उससे उनका कोई लेना-देना नहीं है। ED ने मुंबई की एक ‘चॉल’ के पुन: विकास और राउत की पत्नी और दोस्तों से जुड़े वित्तीय लेनदेन से जुड़ी धनशोधन जांच के सिलसिले में पूछताछ के लिए राज्यसभा सदस्य को तलब किया था।
from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/5xWPzRm
via
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
-
The Doha accord would see thousands of American troops quit Afghanistan in a phased plan after more than 18 years in return for various secu...
-
A mysterious dissident group accused of breaking into the North Korea's embassy in Madrid last month said on Thursday it was temporarily...
-
The launch on Monday came two days North Korea's state media said leader Kim Jong Un supervised an artillery drill aimed at testing the ...
No comments:
Post a Comment