Monday, March 14, 2022

Russia-Ukraine war के चलते बाजार में आई इस गिरावट में कोटक को पसंद आ रहे ये सेक्टर, SRF का बढ़ाया वेटेज

Kotak Institutional Equities का कहना है कि 5 राज्यों में से 4 राज्यों में बीजेपी की जीत ने एक मुश्किल तो खत्म कर दी है लेकिन कच्चे तेल की कीमतों में आए उबाल और घरेलू महंगाई में बढ़ोतरी रशिया-यूक्रेन युद्ध के इस दौर में अभी भी बड़ी जोखिम बने हुए हैं। Kotak Institutional Equities ने अपने मॉडल पोर्टफोलियो में SRF को जोड़ा है वहीं Hindalco Industries, GAIL India और Power Grid Corporation वेटेज घटाया है। Kotak Institutional का कहना है कि पूर्वी यूरोप में जियोपॉलिटिकल तनाव के कारण Hindalco Industries, GAIL India और Power Grid Corporation में जोखिम बढ़ गया है। Kotak Institutional ने आगे कहा है कि बीजेपी की 4 राज्यों में हुई जीत से सरकार को अपनी गवर्नेंश और इकोनॉमिक सुधार की नीति को आगे बढ़ाने की ताकत मिलेगी लेकिन इन जीतों से राज्य सभा में बीजेपी की ताकत में कोई बड़ा इजाफा नहीं होगा क्योंकि उत्तरप्रदेश की जीत को राजस्थान और आंध्रप्रदेश का घाटा अप्रभावी कर देगा। Kotak Institutional का यह भी कहना है कि रूस -यूक्रेन का संघर्ष पूरी दुनिया के लिए ऑयल की कीमतों और महंगाई को लेकर एक बड़ा जोखिम है। अब इस बात की ही उम्मीद है कि शायद ओपेक देश अपना उत्पादन बढ़ाने की सोचें। उन्होंने आगे कहा कि कच्चे तेल और इंडस्ट्रियल मेटल की ऊंची कीमतें पूरी दुनिया में महंगाई बढ़ा सकती है जिससे दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों को ब्याज दरों में बढ़ोतरी करनी पड़ सकती है। अगर यह लड़ाई आगे बढ़ती है तो रूस पर और बड़े प्रतिबंध लागू हो सकते हैं जिसका भारत पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है। इस गिरावट में कहां हैं मौके Kotak Institutional Equities का कहना है कि जियोपॉलिटिकल तनाव बढ़ने के साथ ही भारत इक्विटी बाजार में इसके रिकॉर्ड हाई से 16 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिली है। हालांकि हाल के कुछ दिनों में निचले स्तरों से रिकवरी आई है और वैल्यू Buying देखने को मिली है फिर भी इस मौहाल में तमाम स्टॉक ऐसे हैं जिनमें 30-70 फीसदी तक की गिरावट आई है। बाजार में आए इस तेज गिरावट ने तमाम स्टॉक का वैल्यूएशन आर्कषक बना दिया है । ऐसे में ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि बाजार के हालिया करेक्शन की वजह से वैल्यूएशन पहले की तुलना में बेहतर हो गया है। इसके अलावा कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों का खपत वाले शेयरों की कमाई पर कोई बड़ा असर नहीं होगा। अगर कच्चे तेल की कीमतें कुछ सीमित समय तक ही अपने वर्तमान हाई लेवल पर बनी रहती है तो इसका बहुत बड़ा प्रतिकूल असर नहीं देखने को मिलेगा। Kotak Institutional Equities का कहना है कि बैंक, डायवर्सिफाइड फाइनेंशियल, कैपिटल गुड्स, रियल एस्टेट और स्पेशियालिटी केमिकल का रिस्क रिवॉर्ड रेश्यो इस समय अच्छा नजर आ रहा है जबकि अधिकांश ग्रोथ स्टॉक का वैल्यूएशन रिच नजर आ रहा है। Kotak Institutional Equities ने अपने मॉडल पोर्टफोलियो में SRF को जोड़ा है। कोटक का कहना है कि SRF अपने केमिकल और पॉलिमर्स के कोर बिजनेस में क्रूड डेरिवेटिव्स पर बहुत कम निर्भरता रखती है लेकिन कंपनी के टेक्निकल टेक्सटाइल और पैकेजिंग कारोबार में कच्चे तेल की कीमतों में उबाल का प्रतिकूल असर देखने को मिलेगा। हालांकि इसका असर इंडस्ट्री की सभी कंपनियों को झेलना पड़ेगा। इस तर्क के आधार पर कोटक ने अपने मॉडल पोर्टफोलियो में एसआरएफ के वेटेज में 1.50 फीसदी की बढ़ोतरी की है। बाजार में लगातार 5वें दिन तेजी कायम, आइए उन कारणों पर डालते हैं एक नजर जो बाजार को दे रहे हैं ईंधन गौरतलब है कि एसआरएफ के शेयरों में पिछले 1 महीने में 9 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। यह भी बताते चलें कि कोटक ने अपने मॉडल पोर्टफोलियो में GAIL India, Hindalco Industries और Power Grid Corporation के वेटेज में 30-50 बेसिस प्वाइंट की कटौती की है। गौरतलब है कि पिछले 15 दिनों के दौरान इन 3 स्टॉक का प्रदर्शन काफी बेहतर रहा है। बाजार की इस गिरावट में भी पिछले 15 दिन में GAIL में 13 फीसदी , Hindalco में 10 फीसदी, Power Grid में 8 फीसदी की तेजी देखने को मिली है। वहीं इसी अवधि में Nifty50 इंडेक्स 0.2 फीसदी गिरा है।

from HindiMoneycontrol Top Headlines https://ift.tt/PVLsrDw
via

No comments:

Post a Comment